डोडो में आज भी जीवित है ,नए पंचांग खोलने की सैकड़ो वर्ष पुरानी परंपरा

डोडो में आज भी जीवित है ,नए पंचांग खोलने की सैकड़ो वर्ष पुरानी परंपरा

गांव में छोटे बड़े सभी एकत्र होकर सुनते साल का हालआचार्य सुग्रीव मिश्रा के नेतृत्व में खुलती नई पंचांग, गोरखपुर गोरखपुर जनपद के मुख्यालय से 21 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम सभा डोडो के मार्कण्डेय मणि त्रिपाठी के प्रांगढ़ में होली के दिन दूसरे पहर में नए बर्ष के पंचांग खोले जाते है । सैकड़ो

गांव में छोटे बड़े सभी एकत्र होकर सुनते साल का हाल
आचार्य सुग्रीव मिश्रा के नेतृत्व में खुलती नई पंचांग,

गोरखपुर गोरखपुर जनपद के मुख्यालय से 21 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम सभा डोडो के मार्कण्डेय मणि त्रिपाठी के प्रांगढ़ में होली के दिन दूसरे पहर में नए बर्ष के  पंचांग खोले जाते है ।  सैकड़ो बर्ष पुरानी परम्परा को जीवित रखने के लिए पुरखो के आदर्शों पर चलते है।  ग्रामीण एकत्रित होकर आचार्य सुग्रीव मिश्रा के मुखर विंद से पूरे वर्ष के गुण-अवगुण होनी- अनहोनी, नव वर्ष के पंचांग की लेखनी सुनते हैं । ग्रह नक्षत्र ,बर्ष में होने प्रभाव कुप्रभाव गांव के बैठक में बताया जाता है। आचार्य सुग्रीव मिश्रा ने नए पंचांग के माध्यम से बताया इस बर्ष सम्मत के नाम  (प्रमादित्त) है । इस बर्ष फसलों का अत्यधिक नुकसान होना बताया ।

डोडो में आज भी जीवित है ,नए पंचांग खोलने की सैकड़ो वर्ष पुरानी परंपरा

इस बर्ष राजा बुद्ध और मंत्री चन्द्रमा है । मांगलिक कार्य अत्यधिक होगा ।ईश्वर के प्रति लोगो का झुकाव सर्वाधिक होगा । मंत्री चन्द्रमा होने के वजह  सुख शांति बिराजमान रहेंगे।उक्त अवसर पर गाँव पारस नाथ त्रिपाठी , गिरजेश त्रिपाठी ,राम प्रीत मणि त्रिपाठी ,बालमुकुंद त्रिपाठी , राम नयन त्रिपाठी ,जितेंद त्रिपाठी ,रघुबंश मणि त्रिपाठी ,जयकरन गौड़ , राजमन त्रिपाठी ,  राम केवल प्रजापति ,राज मन प्रजापति ,दीना नाथ  निषाद , बुधिराम गौड़ ,नंदलाल प्रसाद, आदि गांव के दर्जनो लोग उपस्थित रहे ।

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