पलायन रोकने के लिए नहीं है प्रभारी मंत्री के पास कार्ययोजना

पलायन रोकने के लिए नहीं है प्रभारी मंत्री के पास कार्ययोजना

पत्रकारों के सवालों से बचते नजर आये मंत्री ललितपुर। जनपद के पलायन पर प्रभारी मंत्री ने घुमाओ पूर्ण व्यान दिया, उन्होंने कहा कि सरकार रोजगार के लिए कार्य कर रही है, किसानों के लिए योजना बना रही है, तो वहीं बन्द खदानों को प्रारम्भ करने के लिए उन्होंने नियम संगत कार्यवाही का हवाला दिया है,

पत्रकारों के सवालों से बचते नजर आये मंत्री

ललितपुर।

जनपद के पलायन पर प्रभारी मंत्री ने घुमाओ पूर्ण व्यान दिया, उन्होंने कहा कि सरकार रोजगार के लिए कार्य कर रही है, किसानों के लिए योजना बना रही है, तो वहीं बन्द खदानों को प्रारम्भ करने के लिए उन्होंने नियम संगत कार्यवाही का हवाला दिया है, जबकि पूर्व में जिलाधिकारी द्वारा नियमों को अनदेखा कर खदानों का संचालन बन्द करा दिया था,

जिससे इस कार्य से जुड़े बीस हजार से अधिक लोग प्रभावित हुये हैं। शहरी आवास एवं नगरीय नियोजन विभाग के राज्यमंत्री एवं जनपद के प्रभारी मंत्री गिरीश चन्द्र यादव अपने एक दिवसीय दौरे पर जनपद में आये थे, उन्होंने जिला योजना की बैठक के अलावा महरौनी में आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया। इसके बाद रेलवे स्टेशन पर उन्होंने पत्रकारों से औपचारिक वार्ता की, जहां पर जनहित व किसान हितों के सवाल से बचते हुये, सरकार की योजनाओं को गिनाते रहे।

जनपद में कुटीर उद्योग की तरह संचालित इमारती पत्थरों के कारोबार पर रोक लगाने के मामले व उससे हो रहे पलायन के विषय में उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा है कि वह नियम संगत कार्यवाही करेंगे। जबकि सभी को पता है कि इन खदानों के संचालन रोकने के पीछे शासन द्वारा इस कारोबार को बालू के कारोबार से जोडक़र देखा गया था, इसलिए यह स्थिति उत्पन्न हुई है। तो वहीं जिन फसलों का बीमा है, उन किसानों को दैवीय आपदा की राहत नहीं दी जायेगी, इस सवाल के जबाब में उन्होंने कहा इस प्रक्रिया को लागू होने से इंकार किया, जबकि शासन द्वारा हालही में खरीफ फसल 2018 में बर्बाद फसल के मुआवजा के सम्बन्ध में शासन द्वारा निर्देश दिये हैं, कि उन किसानों आपदा की धनराशि नहीं दी जायेगी, जिन्हें पूर्व बीमा क्लेम की धनराशि मिल चुकी है। 

उन्हें आपदा राहत की धनराशि वितरित नहीं जानी है। इससे किसानों को काफी क्षति पहुंचेगी, लेकिन प्रभारी मंत्री को इसका एहसास ही नहीं है। तो वहीं जब जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं के विषय में शिकायत की गयी, तो उन्होंने आयुष्मान योजना की हवाला दे दिया, जबकि सवाल चिकित्सकों व पैरामेडीकल स्टॉफ की कमी का था। किन्तु उन्होंने इस सवाल का जनहित में कोई जबाब नहीं दिया।

ऐसे में जनता वर्तमान सरकार से क्या आशा कर सकती है। बॉक्सदिल्ली में भाजपा की हार पर साधी चुप्पीपत्रकारों ने जब प्रभारी मंत्री से आम आदमी पार्टी की दिल्ली में जीत व भाजपा की करारी हार के विषय में प्रश्र किया , प्रभारी मंत्री ने इस सवाल का जबाब नहीं दिया। वह अन्य ओर मुखातिब हो गये। उनके इस रवैये से ऐसा लगा कि वास्तव पार्टी इस हार से काफी परेशान है, इससे कोई भी नेता कुछ भी व्यान देने से कतरा रहा है। 

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