वैश्विक महामारी से नुकसान के लिए चीन पर ठोका गया बीस लाख करोड़ डॉलर का मुकदमा
बीस लाख करोड़ डॉलर का मुकदमा स्वतंत्र प्रभात : आज विश्व चीनी महामारी कोरोना से ग्रसित हो चुका है चीन से उत्पन्न इस महामारी वायरस का सही और समुचित इलाज अभी तक विश्व के किसी देश में भी मौजूद नहीं है प्रत्येक देश अपनी सुरक्षा के लिए तत्परता दिखा रही है लेकिन चीन को अब भी
बीस लाख करोड़ डॉलर का मुकदमा
स्वतंत्र प्रभात :
आज विश्व चीनी महामारी कोरोना से ग्रसित हो चुका है चीन से उत्पन्न इस महामारी वायरस का सही और समुचित इलाज अभी तक विश्व के किसी देश में भी मौजूद नहीं है प्रत्येक देश अपनी सुरक्षा के लिए तत्परता दिखा रही है लेकिन चीन को अब भी इसका कोई फर्क नहीं दिख रहा है चीन ने इसे अपने जैविक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने के लिए बनाया था चीन अपने आप को महाशक्ति के रूप में दिखाना चाहता है
जिस के क्रम में उसने अपने बुहान शहर में अप्रत्याशित तरीके से इस जैविक हथियार को बनाया था जिसको कंट्रोल ना कर पाने की वजह से यह जैविक हथियार महामारी का रूप विश्व में फैल चुका है यहां तक कि लगभग 168 के करीब देश इसके चपेट में आ चुके हैं क्या चीन क्या इटली सब एक बराबर महामारी से ग्रसित होते जा रहे हैं भारत देश भी इसके संक्रमण से अछूता नहीं रह पाया है इसके संक्रमण में आने वाला व्यक्ति 14 दिन के अंदर कभी भी बीमार हो सकता है
जिसकी हिदायत हर एक माध्यम से सरकार आप तक पहुंचा भी रही है इस महामारी वायरस का संक्रमण कई स्टेज पर है दरअसल भारतीय मूल के लोग विदेशों में फैले महामारी से अपने को सुरक्षित नजरिए से भारत की ओर पलायन करने लगे तो देश के अंदर भी महामारी फैलने का कारण बताया जा रहा है चुकी संपर्क में आने से लेकर 14 दिनों तक की समय सीमा इस संक्रमण को आप तक पहुंचा रहा है जिसका अंदाजा लगाना भी बड़ा मुश्किल दिख रहा है ऐसी स्थिति में भारत सरकार ने एक कठोर कदम उठाते हुए भारत के प्रत्येक शहरों को और यहां तक कि गांव को भी लॉक डाउन करके सुरक्षित जनजीवन की तैयारियों में पिछले तीन दिनों से लगातार प्रयासरत है.
महामारी से क्षति होने पर जुर्माने का ठोका गया मुकदमा
वहीं वाशिंगटन के न्यूज़ एजेंसी ने बताया है कि वाशिंगटन में केंद्रित एक अमेरिकी ला फार्म और टेक्सास की एक कंपनी ने वैश्विक महामारी नवल क्रोना वायरस के संक्रमण को लेकर चीन सरकार पर 20 लाख करोड़ डालर का मुकदमा ठोक दिया है इन दोनों कंपनियों ने इस वैश्विक महामारी से भी नुकसान की भरपाई के लिए चीन से मुआवजा मांगा है अमेरिकी वकील लैरी क्लेमैन और उनके एडवोकेसी ग्रुप फ्रीडम वॉच और हाईस्कूल की स्पोर्ट्स फोटोग्राफी की टैक्सस स्थित कंपनी बज फोटो ने केस दर्ज किया है याचिकाकर्ता ने चीन सरकार पर वैश्विक महामारी नोबल कोरोना वायरस को अवैध तरीके से बनाकर उपयोग करने का आरोप लगाया है
इस मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि चीन के बंदरगाह शहर बुहान के बुहान इंस्टिट्यूट ऑफ वीरोलॉजी में यह वायरस तैयार किया गया था जिसने चंद दिनों में ही पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले लिया है मुकदमे के अनुसार ऐसा लगता है कि कोवीड 19 को अप्रत्याशित तरीके से जैविक हथियार के रूप में तैयार किया गया था चीन ने अपने दुश्मनों के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए जैविक हथियार कोवीड 19 बनाया था चीन का निशाना सिर्फ अमेरिका के ही लोग नहीं थे अमेरिकी सरकार पहले ही कोरोना वायरस के वैश्विक महामारी के लिए चीन को दोषी ठहरा चुका है
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