शाहाबाद जहां पर संसदीय क्षेत्र का गौरव समेटे था वहीं पर विधानसभा क्षेत्र में भी अपना प्रतिनिधित्व भेजता था परंतु विकास के नाम पर ठेंगा

शाहाबाद जहां पर संसदीय क्षेत्र का गौरव समेटे था वहीं पर विधानसभा क्षेत्र में भी अपना प्रतिनिधित्व भेजता था परंतु विकास के नाम पर ठेंगा

स्वतंत्र प्रभात शाहाबाद( हरदोई)– शाहाबाद की पावन भूमि पर विगत समय में जहां संसदीय क्षेत्र होने का गौरव प्राप्त हुआ वही विधानसभा क्षेत्र होने का गौरव भी प्राप्त था परंतु वर्तमान समय में शाहाबाद अपने दिल में समेटे हुए हैं परंतु विकास के नाम पर यहां के जनप्रतिनिधियों ने सदैव ठेंगा ही दिखाया बताते चलें शाहाबाद

स्वतंत्र प्रभात

 शाहाबाद( हरदोई)– शाहाबाद की पावन भूमि पर विगत समय में जहां संसदीय क्षेत्र होने का गौरव प्राप्त हुआ वही विधानसभा क्षेत्र होने का गौरव भी प्राप्त था परंतु वर्तमान समय में शाहाबाद अपने दिल में समेटे हुए हैं परंतु विकास के नाम पर यहां के जनप्रतिनिधियों ने सदैव ठेंगा ही दिखाया बताते चलें शाहाबाद संसदीय क्षेत्र से एवं विधानसभा क्षेत्र से तमाम प्रतिनिधि दिल्ली से लेकर लखनऊ उत्तर प्रदेश उत्तर करते रहे परंतु विकास के नाम पर कुछ ही  नाम सामने आए उसमें सबसे पहला नाम था पंडित राम अवतार दीक्षित जी का जिन्होंने विकास के साथ शाहाबाद को नई गति देने का काम किया चाय मंडी समिति का निर्माण हो चाहे आवास विकास कॉलोनी चाहे आवास विकास कॉलोनी हो चाहे आवास विकास कॉलोनी हो चाहे पाली बाईपास हो चाहे पालिका 132 केवीए हो चाय पुलिस चौकी जामा मस्जिद की बिल्डिंग हो सरदार गंज पुलिस चौकी हो थाना शाहाबाद हो उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री स्वर्गीय पंडित राम अवतार दीक्षित के द्वारा ही विकास कार्य कराए गए हैं सबसे दुखद बाते हैं हिंदू समाज की धरोहर नर्मदा तीर्थ स्थल का भी सौंदर्यीकरण प्रथम बार उनके प्रयास से ही किया गया

उसके बाद सांसद ठाकुर धर्म का सिंह रहे हो दाउद अहमद रहे हो इलियास आज भी रहे हो किसी ने शाहाबाद की तरह मुड़कर देखने का काम नहीं किया जब विकास की बात आती है शाहाबाद शशि क्षेत्र होने के साथ-साथ विधानसभा क्षेत्र में भी प्रतिनिधित्व करता था परंतु विकास के नाम पर शाहाबाद में शाहाबाद की जनता को आंसुओं के सिवा कुछ नहीं मिला बड़ी-बड़ी बातें करने वाले नेता आए और चले गए परंतु पंडित राम अवतार दीक्षित जी के कदम कदम पर चलते हुए आसिफ खान बब्बू ने विकास को गति देने का काम किया दुख तो जहां पर एक व्यक्ति दिल्ली की पार्लियामेंट में बैठकर अपनी बात प्रधानमंत्री के सामने रख सकता था

दूसरा व्यक्ति विधानसभा उत्तर प्रदेश में बैठकर अपनी बात रख सकता था परंतु रखिए नहीं पंडित राम अवतार दीक्षित जी के जमाने में विधायक निधि नहीं हुआ करती थी परंतु उनके विकास कार्यों की आज भी सराहना की जा रही है वहीं आसिफ हां बब्बू के द्वारा किए गए विकास कार्यो की भी परंतु वर्तमान वर्तमान वर्तमान समय की सरकार वर्तमान समय की सरकार के सांसद जय प्रकाश रावत जी को छोड़ दीजिए पूर्व सांसद श्री अंशुल वर्मा जी कोई विकास कार्य नहीं करा पाए शाहाबाद ने अपने हाथों से अपनी किस्मत ठोकी वर्तमान समय में है भाजपा नेतृत्व बदले की भावना से है काम करके एक वर्ग विशेष को हावी करके अपनी तमन्ना पूरी करने में लगा हुआ है

सबसे खास बात यह है सूत्रीय कहते हैं यह समय है चाहे जैसा हो झेलना ही पड़ेगा परंतु जब मेरा समय आएगा जनता यह कहती है मैं इसका सूद सहित भुगतान करने का काम करूंगा कोई ऐसी तस्वीर उभर के नहीं आई जिसमें नर्मदा तीर्थ स्थल पर वर्तमान समय के किसी भी जनप्रतिनिधि के द्वारा एक रुपए का पैसा आवंटित किया गया हो बहुत बड़ी विडंबना है हिंदुओं का आस्था केंद्र नर्मदा तीर्थ स्थल पर नगर पालिका परिषद के द्वारा इंटरलॉक की का कार्य पूरा करा कर यह संदेश तो देने का काम किया कि विकास के लिए बहुत कुछ जरूरी है हरदोई कस्बा शाहाबाद एक प्रतिनिधि को दिल्ली व्यस्त आ रहा एक प्रतिनिधि को विधानसभा लखनऊ विकास के नाम पर कुछ ही काम भी पुराने समय में वर्तमान में ठेंगा शाहाबाद की जनता विकास की गति देखकर अचंभित है

   रेलवे स्टेशन पर ओवर ब्रिज बड़े-बड़े दावे किए गए थे ढाक के तीन पात वर्तमान सांसद जयप्रकाश जी ने यहां तक कहा ओवर ब्रिज पर काम प्रस्तावित होने की कोई सूचना नहीं है सबसे बड़ी विडंबना यही है खोखले वादे जनता को ठगने का काम यह सब कर लेते हैं परंतु ईमानदारी का कोई नाम वर्तमान समय में दिखाई नहीं पड़ता शाहाबाद के जनता इनके कहने पर यह मान लेती है ओवर ब्रिज जाएगा क्या यह संभव है

अगर होता तो भाजपा के सांसद यह बात नहीं कहते शाहाबाद की जनता झूठे वादों में आकर के आज ही पंडित राम अवतार दीक्षित जी को याद करती है और यह भी कहती है सूत्रों के आधार पर पंडित राम अवतार दीक्षित के बाद में किसी ने विकास को गति देने का काम किया था तो वह शाहाबाद के निवर्तमान विधायक आसिफ खान बब्बू थे फिलहाल जनता देखना चाहती है खाली फेसबुक पर चिट्ठी लेटर डाल देने से विकास हो जाएगा ऐसा संभव नहीं है यह तो समय ही बताएगा परंतु में शाहाबाद के सभी जनप्रतिनिधियों से कहना चाहूंगा विकास की बाट जो रहे हरदोई के कस्बे शाहाबाद की आंखों के आंसू पहुंचे
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