श्रीभूमी जिले के दुल्लभछड़ा में लगातार विकास की प्रक्रिया में पूर्व एडीसी निलमणि दास का आतिशबाजी और ढोल-नगाड़ों के साथ शाही स्वागत किया गया

श्रीभूमी जिले के दुल्लभछड़ा में लगातार विकास की प्रक्रिया में पूर्व एडीसी निलमणि दास का आतिशबाजी और ढोल-नगाड़ों के साथ शाही स्वागत किया गया

श्रीभूमि संवाददाता, स्वतंत्र प्रभात: श्रीभूमि जिले के दुल्लभछड़ा के निवासी होने के बावजूद सरकारी नौकरी की आवश्यकता के कारण दुल्लभछड़ा के बाहर रहते थे। लेकिन 2015 ई. में एडीसी पद से सेवानिवृत्त होने के बाद दुल्लभछड़ा क्षेत्र के जीर्ण-शीर्ण डाकघर, रेलवे संपर्क व्यवस्था और PNB शाखा के ग्राहकों की परेशानियों के बारे में जनता के अवगत होने पर उन्होंने अपनी कर्मठता और "एकला चलो रे" आत्मविश्वास के साथ रेलवे और जीर्ण-शीर्ण डाकघर का अस्थायी समाधान किया। हालांकि 2016 ई. में दुल्लभछड़ा के स्थानीय सतर्क नागरिकों द्वारा एसबीआई शाखा स्थापित करने के उद्देश्य से विभागीय अधिकारियों को स्मारक पत्र प्रदान किया गया था।
 
लेकिन जनता की मांग को अनदेखा कर दिया गया। इस बारे में सेवानिवृत्त एडीसी निलमणी दास ने जनता की सुविधा के लिए एसबीआई बैंक स्थापना के संबंध में रामकृष्णनगर-शीलचर-गुवाहाटी-मुंबई के अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया और क्षेत्र की जनसंख्या, संचार व्यवस्था तथा भौगोलिक स्थिति पर प्रकाश डाला। उनके अथक प्रयासों के परिणामस्वरूप एसबीआई विभाग की ओर से दुल्लभछड़ में शाखा स्थापित करने की अनुमति पत्र प्रदान किया। हालांकि, गत २४ नवंबर (सोमवार) को दुल्लभछड़ में उनके आने की खबर पर स्थानीय जागरूक नागरिक दुल्लभछड़ रेलवे स्टेशन पर इकट्ठा हुए और आतिशबाज़ी के साथ ढोल नगाड़े बजाकर राजसी स्वागत करते हुए उन्हें घर ले गए।
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अंत में उनके घर में एक अस्थायी सभा के माध्यम से दुल्लभछड़ा के विकास में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए कृतज्ञता व्यक्त की। दूसरी ओर, पत्रकारों के सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि इस लंबे समय की कोशिश में स्थानीय नागरिकों के उत्साह के कारण ही वे आगे बढ़ पाए। उन्होंने यह भी बताया कि दुल्लभछड़ा-निविया-चेरेगी-रंगपुर क्षेत्र के लोगों की सुविधा के लिए सर्कल ऑफिस, पुलिस स्टेशन, एफसीआई गोदाम, एक कॉलेज की अत्यंत आवश्यकता है और इस पर विचार कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने इसके लिए जनता के सहयोग और शुभकामनाएं मांगी। 
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सम्मान देने के लिए उपस्थित थे सेवानिवृत्त शिक्षक विष्णुपद राजवंशी, माणिक लाल विश्वास, रवींद्र सिन्हा, अतुल सिन्हा, व्यास सिन्हा, श्यामल भट्टाचार्य, बार्ग्य सिंह, मानाथंभा सिंह, सुखमणी सिन्हा, प्रकाश चाटार्जी, बानु पाल, कमला कान्त सिन्हा, रुनु सिन्हा, माधव दे, समरेन्द्र सिन्हा, निर्मल सिन्हा, मणिलाल साहू सहित क्षेत्र के विशिष्ट व्यक्तित्व और गणमान्य लोग।
 
 

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