Haryana: हरियाणा का ‘कुबेर’ बना देश का सबसे कीमती झोटा, पुष्कर मेले में लगी 21 करोड़ की कीमत
Haryana News: पिछले दिनों हरियाणा के मशहूर मुर्रा नस्ल के झोटे ‘युवराज’ की मौत ने पशुप्रेमियों को गहरे दुख में डाल दिया था। लेकिन अब हरियाणा के फतेहाबाद जिले के नाढ़ोडी गांव के किसान विकास भांभू का झोटा ‘कुबेर’ युवराज की जगह लेता हुआ दिखाई दे रहा है।
पुष्कर मेले में कुबेर का जलवा, जीता पहला पुरस्कार
राजस्थान के अजमेर जिले के प्रसिद्ध पुष्कर पशु मेले में विकास भांभू अपने मुर्रा नस्ल के झोटे कुबेर को लेकर पहुंचे। मेले में हुई पशु प्रतियोगिता में कुबेर ने पहला स्थान हासिल किया। राजस्थान सरकार के पशुपालन विभाग की ओर से बुधवार को झोटे कुबेर और उसके मालिक विकास भांभू को सम्मानित किया जाएगा।
मेले में कुबेर का आकर्षण इतना अधिक था कि विदेशी पर्यटक, विशेषकर महिलाएं, उसके साथ सेल्फी लेने और वीडियो बनाने के लिए उत्सुक दिखीं।
11 करोड़ से शुरू हुई बोली, 21 करोड़ पर पहुंची कीमत
विकास भांभू ने बताया कि जब उन्होंने कुबेर को पहली बार मेले में पेश किया, तो पहले दिन ही 11 करोड़ रुपए की बोली लगी थी। इसके बाद आंध्र प्रदेश के पशु व्यापारियों ने 21 करोड़ रुपए की पेशकश की। हालांकि, विकास ने कहा कि इसे मैं कभी नहीं बेचूंगा।
झोटे की खूबियां
कुबेर शुद्ध मुर्रा नस्ल का झोटा है। इसकी उम्र 3.5 वर्ष और ऊंचाई 5.5 फुट है। चमड़ी चिकनी और चमकदार है। अगर खुराक की बात करें तो इसे खल-बिनौला, चना, दूध और कभी-कभी घी खिलाया जाता है। इसके मां की दूध उत्पादन क्षमता 23.5 लीटर प्रतिदिन रही है। विकास बताते हैं कि कुबेर की मां ने भी जिला स्तरीय दुग्ध प्रतियोगिता में पुरस्कार जीता था।
सीमन बैंक में रखेंगे कुबेर
विकास भांभू ने बताया कि वह कुबेर को बेचने के बजाय सीमन बैंक में रखेंगे। इससे उच्च गुणवत्ता वाला सीमन तैयार कर पशुपालकों को वाजिब दामों पर उपलब्ध कराया जाएगा। इससे न केवल उन्हें हर महीने लाखों की आय होगी, बल्कि हरियाणा और आस-पास के राज्यों में मुर्रा नस्ल के सुधार को भी बढ़ावा मिलेगा। कुबेर की कीमत सामने आने के बाद विकास को हरियाणा, पंजाब और राजस्थान से सीमन बुकिंग के लिए लगातार कॉल्स मिल रही हैं।

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