कार्तिक पूर्णिमा मेले की तैयारियां पूरी: तीर्थों के तीर्थ मनोरमा में उमड़ेगी श्रद्धा की बयार
On
इटियाथोक गोंडा- जिले मे अलग-अलग स्थानों पर कार्तिक पूर्णिमा का मेलालग आज पांच नवंबर बुधवार को आयोजित किया जाएगा। ब्लॉक रुपईडीह की ग्राम पंचायत तिर्रे मनोरमा मे लगने वाले कार्तिक मेले का विशेष महत्त्व है। मनोरमा को पुराणों मे तीर्थों का तीर्थ कहा गया है। यह पवित्र स्थान ब्रह्म ज्ञानी ऋषि कुमार नचिकेता के पिता ऋषि उद्दालक मुनि की तपोभूमि है, जो जिला मुख्यालय से करीब 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मनोरमा की उत्पत्ति का महाभारत पुराण के शल्य पर्व में वर्णित है।
शल्य पर्व में कहा गया है - 'सरित सा हिमवत्पार्श्वात प्रसृता शीघ्रगमिनी।
औद्दालके स्तथा यज्ञे यज्ञस्तस्य भारत।।
उद्दालकेन यज्ञता पूर्व ध्याता सरस्वती।
अजगाम् सरिच्छूछाष्ठा तं देशं मुनिकारणात्।।
अर्थात ऋषि उद्दालक का आश्रम मनोरमा नामक सरिता के उद्गम पर स्थित है। महार्षि उद्दालक ने सरस्वती का आवाह्न मनोरमा नाम से किया। सरस्वती यज्ञ से पूर्व में प्रकट हुई और अपने पावन जल से यज्ञ भूमि को पवित्र करते हुए नदी के रूप में प्रवाहित हो गई। पुराण के अनुसार ऋषि गौतम वंशीय वाजश्रवा महर्षि अरुण के पुत्र और उनके पुत्र अरुणि ही बाद में उद्दालक कहलाए। ये धौम्य ऋषि के शिष्य थे। कण्ठोपनिषद मे नचिकेता के पिता के रूप में उद्दालक का वर्णन है। तैत्रीय उपनिषद में भी इसका उल्लेख मिलता है। शल्य पर्व महाभारत में मनोरमा को तीर्थों का तीर्थ के रूप में प्रतिष्ठित किया गया है। कहा गया है कि तीर्थराज प्रयाग में किए गए पापों का विनाश मनोरमा में ही होगा, किन्तु मनोरमा में किये गये पापों के लिए वज्र लेप ही करना पड़ेगा।
तीर्थ स्थल घोषित होने के बावजूद बदहाल है सरोवर व मंदिर
श्रद्धालु बताते हैं कि जिले में लगने वाला सबसे बड़ा कार्तिक मेला है। विगत कुछ वर्षों से विकास के अभाव मे धीरे-धीरे सरोवर की सीढ़ियां, उद्दालक मुनि आश्रम व मंदिर की स्थिति जर्जर होती जा रही है। हालांकि गोंडा मुख्यालय से व आर्यनगर से मनोरमा तक जाने के लिए टू लेन सड़क का निर्माण हो चुका है। इस मंदिर के जीर्णोद्धार की आस श्रद्धालुओं को आज भी है।
सुरक्षा के कड़े प्रबंध
मेला को सफलतापूर्वक संपन्न कराये जाने के लिए पुलिस प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है। इटियाथोक के थानाध्यक्ष कृष्ण गोपाल राय ने बताया कि मेला मे भीड़ की स्थिति देखते हुए मेला क्षेत्र के चारों ओर आने वाले मार्गों पर बैरीकेडिंग की गई है। पुलिसकर्मियों व पीएसी के जवानों को लगाया गया है। मेला प्रभारी उपनिरीक्षक राजेश कुमार दुबे को बनाया गया है। उन्होंने बताया कि जलाशय मे मोटरबोट के साथ ही जल पुलिस की भी टीम लगाई गई है। अस्थायी पुलिस चौकी के साथ ही खोया पाया केंद्र भी बनाया गया है।
मंदिर की पूजा-अर्चना पुलिस के जिम्मे
मेला परिसर मे स्थापित भगवान श्री राम जानकी मंदिर पर सम्पत्ति को लेकर हुए विवाद के कारण मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था व पूजा अर्चना का दायित्व जिला प्रशासन के जिम्मेदारी पर है। जिस कारण प्रतिदिन इटियाथोक थाने से पाली वार होमगार्ड की ड्यूटी लगाई जाती है और वे ही मंदिर की साफ-सफाई व पूजा-अर्चना करते चले आ रहे हैं।
प्रसिद्ध है गट्टा व बरसोला कि मिठाई
मनोरमा मेले की गट्टा व बरसोला की मिठाइयां दूर दूर तक प्रसिद्ध है। यह मिठाइयां मेले मे आये हुये कारीगरों द्वारा यही पर तैयार की की जाती है।
About The Author
स्वतंत्र प्रभात मीडिया परिवार को आपके सहयोग की आवश्यकता है ।
Related Posts
राष्ट्रीय हिंदी दैनिक स्वतंत्र प्रभात ऑनलाइन अख़बार
06 Dec 2025
06 Dec 2025
06 Dec 2025
Post Comment
आपका शहर
07 Dec 2025 10:36:33
Gold Silver Price: सर्राफा बाजार में इस सप्ताह सोने और चांदी दोनों की कीमतों में मजबूत तेजी देखने को मिल...
अंतर्राष्ट्रीय
28 Nov 2025 18:35:50
International Desk तिब्बती बौद्ध समुदाय की स्वतंत्रता और दलाई लामा के उत्तराधिकार पर चीन के कथित हस्तक्षेप के बढ़ते विवाद...

Comment List