Haryana: हरियाणा के इस गांव को मिली नई सौगात, मिला जिले का पहला केंद्रीय विद्यालय
Haryana: हरियाणा वासियों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। हरियाणा के नूंह जिले के विद्यार्थियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। हरियाणा में नूंह के सालाहेड़ी गांव में जहां पहला केंद्रीय विद्यालय खोलने की मंजूरी मिल चुकी है।
मिली जानकारी के अनुसार, मॉडल कॉलेज और केंद्रीय विद्यालय खुलने से छात्रों को स्थानीय स्तर पर अच्छी शिक्षा मिल सकेगी। खासतौर पर बेटियों को अब दूर-दराज के इलाकों में नहीं जाना पड़ेगा, जिससे उनकी पढ़ाई जारी रखने की संभावनाएं बढ़ेंगी। Haryana News
केंद्रीय विद्यालय खुलेगा
जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार ने नूंह जिले में पहले केंद्रीय विद्यालय की स्थापना को मंजूरी दे दी है। यह विद्यालय गांव सालाहेड़ी में खोला जाएगा। हरियाणा सरकार इसके लिए लगभग छह एकड़ जमीन निःशुल्क उपलब्ध कराएगी। जब तक स्थायी भवन तैयार नहीं हो जाता, तब तक कक्षाएं छपेड़ा गांव के सरकारी स्कूल में आगामी सत्र से लगाई जाएंगी। Haryana News
मिली जानकारी के अनुसार, आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) की मंजूरी के बाद केंद्रीय विद्यालय संगठन ने आदेश जारी कर दिया है। आदेश के अनुसार, भूमि और अस्थायी भवन का हस्तांतरण जल्द पूरा किया जाएगा। Haryana News
जानकारी के मुताबिक, नूंह के उपायुक्त अखिल पिलानी ने बताया कि केंद्रीय विद्यालय की मंजूरी मिल चुकी है और प्रशासन ने जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि स्कूल की इमारत तैयार होने तक अस्थायी कक्षाओं की व्यवस्था की जा रही है। Haryana News
मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय विद्यालय संगठन ने यह भी स्पष्ट किया है कि विद्यालय की भूमि और भवन पर किसी प्रकार का संपत्ति कर या सेवा कर नहीं लगेगा, क्योंकि यह केंद्र सरकार की संपत्ति मानी जाएगी। इस परियोजना के पूरा होने से नूंह के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उनके अपने जिले में ही मिलेगी। Haryana News
जानकारी के मुताबिक, फिरोजपुर झिरका में राजकीय मॉडल कॉलेज की इमारत का निर्माण आठ करोड़ 62 लाख रुपये की लागत से किया जाएगा। इमारत को 15 महीने में तैयार किया जाएगा। लोक निर्माण विभाग ने इसके टेंडर लगा दिए हैं। Haryana News
मिली जानकारी के अनुसार, गौरतलब है कि दो साल पहले मॉडल कॉलेज शुरू हुआ था और वर्तमान में एक सरकारी स्कूल भवन में अस्थायी रूप से चल रहा है। निर्माण कार्य शुरू होने के बाद छात्रों को स्थायी भवन की सुविधा मिलेगी। Haryana News
जानकारी के मुताबिक, शिक्षाविद सिद्दीक अहमद का कहना है कि यह कॉलेज नूंह जिले जैसे पिछड़े क्षेत्र के विद्यार्थियों, खासतौर से लड़कियों के लिए उच्च शिक्षा के नए अवसर खोलेगा। अभी जिले में केवल सालाहेड़ी, पुन्हाना, तावडू और नगीना में ही कॉलेज हैं, जिससे दूरदराज के छात्रों को परेशानी होती है।

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