IAS Success Story: बिना कोचिंग के UPSC क्लियर कर रचा इतिहास, जानिए IAS आकांक्षा आनंद की कहानी
बचपन से था IAS बनने का सपना
आकांक्षा आनंद कॉलेज के दिनों से ही IAS बनने का सपना देखती थीं। ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू कर दी। उन्होंने पटना वेटनरी कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की और गोल्ड मेडलिस्ट रहीं। पढ़ाई के साथ-साथ वह बेहद अनुशासित और अपने लक्ष्य को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध थीं।
पारिवारिक पृष्ठभूमि साधारण
डॉ. आकांक्षा का परिवार एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार है। उनकी मां एक शिक्षिका हैं और पिता स्वास्थ्य विभाग में क्लर्क के पद पर कार्यरत हैं। आकांक्षा ने जिस लगन और मेहनत से अपने सपनों को साकार किया, वह देशभर के युवाओं के लिए एक मिसाल बन चुकी हैं।
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ग्रेजुएशन के बाद आकांक्षा ने पहली बार UPSC परीक्षा दी, लेकिन उन्हें प्रीलिम्स तक में सफलता नहीं मिल पाई। हालांकि उन्होंने इसे अपनी असफलता नहीं माना, बल्कि एक सीख के रूप में लिया और पूरी गंभीरता के साथ तैयारी में जुट गईं।
वेटनरी ऑफिसर बनीं, फिर भी नहीं भूलीं सपना
UPSC की तैयारी के साथ-साथ आकांक्षा को वेटनरी ऑफिसर के रूप में सीतामढ़ी में नियुक्ति मिल गई। उनकी पोस्टिंग का समय भी ठीक उसी समय आया जब वह UPSC इंटरव्यू के लिए जा रही थीं। लेकिन उनके मन में IAS बनने का जुनून पहले से कहीं अधिक मजबूत था।
यूट्यूब से की तैयारी और हासिल की 205वीं रैंक
आकांक्षा ने दूसरी बार जब UPSC परीक्षा दी, तब उन्होंने किसी कोचिंग का सहारा नहीं लिया। उन्होंने यूट्यूब पर उपलब्ध शैक्षिक कंटेंट और खुद की रणनीति से तैयारी की। इस बार उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने ऑल इंडिया 205वीं रैंक हासिल कर IAS अधिकारी बनने का गौरव प्राप्त किया।

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