Haryana News: हरियाणा में दो जेलकर्मियों को किया गया सस्पेंड, जानें क्या है वजह
फरार हुआ पॉक्सो एक्ट और रेप का आरोपी
फरार कैदी की पहचान अजय कुमार निवासी खजूरी बाड़ी, थाना तेहरागच्छ, किशनगंज (बिहार) के रूप में हुई है। अजय पर आईपीसी की धाराएं 363, 366A, 376 और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज है, जो 17 मार्च 2024 को पंचकूला के मनसा देवी कांप्लेक्स थाने में रजिस्टर हुआ था। गिरफ्तारी के बाद उसे अंबाला सेंट्रल जेल भेजा गया था।
दिनदहाड़े प्लानिंग के साथ दी फरारी
घटना शनिवार दोपहर करीब 3 बजे की है, जब जेल परिसर में स्थित कारखाने को बंद किया जा रहा था। बंदियों की गिनती के दौरान यह सामने आया कि अजय कुमार मौजूद नहीं है। तत्काल जेल में हड़कंप मच गया और गेट सील कर तलाशी अभियान शुरू किया गया।
सीसीटीवी फुटेज से खुलासा हुआ कि अजय पहले कारखाने की एक छोटी दीवार फांदकर करीब 18 फुट ऊंचे बिजली के खंभे पर चढ़ गया और बिजली की तारों का सहारा लेकर मुख्य दीवार पार कर भाग निकला।
बिजली कट का उठाया फायदा, दो कर्मचारी सस्पेंड
जेल के उप अधीक्षक ने बताया कि शनिवार सुबह से ही बिजली बार-बार जा रही थी। इसी का फायदा उठाकर अजय ने भागने की योजना को अंजाम दिया। इस लापरवाही को देखते हुए हेड वार्डन दिलीप और वार्डन गौरव को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है।
वहीं, बलदेव नगर थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। पुलिस यह भी जांच रही है कि क्या फरारी में किसी जेलकर्मी की मिलीभगत थी या फिर सिर्फ लापरवाही हुई।
पहले भी भाग चुका है बंदी
यह अंबाला जेल में ऐसी पहली घटना नहीं है। इससे पहले 13 अगस्त 2025 को पंचकूला निवासी सुखबीर कालिया नामक बंदी जेल से फरार हो गया था। उस पर धार्मिक स्थल पर अश्लील हरकत करने का आरोप था। जांच में पाया गया कि वह जेल में गैस सिलेंडर छोड़ने आई गाड़ी के नीचे छिपकर भाग गया था।
उस घटना के बाद मुख्य वार्डन सतीश और वार्डन आत्माराम को सस्पेंड कर दिया गया था, एक ASI को चार्जशीट किया गया और जेल के DSP का तबादला भी हुआ। बावजूद इसके सुरक्षा व्यवस्था में कोई सुधार नहीं दिख रहा है।
पुलिस ने शुरू की तलाश,
फरार अजय कुमार की तलाश के लिए पुलिस ने कई टीमें गठित की हैं। अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर और अन्य आसपास के जिलों में नाकेबंदी कर दी गई है। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, हाईवे आदि स्थानों पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है।
बलदेव नगर थाना प्रभारी धर्मबीर ने बताया कि यह एक पूर्व-नियोजित फरारी लग रही है। अजय ने बिजली कट की स्थिति का इंतजार किया और ठीक उसी समय पर योजना को अंजाम दिया। अब यह जांच का विषय है कि उसे बाहर से किसी ने मदद की या नहीं।

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