मारकुण्डी पत्थर खनन मामला: जिलाधिकारी के संज्ञान के बाद जांच पूरी, रिपोर्ट में स्थिति स्पष्ट
जिलाधिकारी ने लिया संज्ञान, खननकर्ताओं में हडकंप की स्थिति
ओबरा थाना क्षेत्र के बिल्ली मारकुण्डी का मामला
अजीत सिंह (ब्यूरो रिपोर्ट)
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर भारत समाचार द्वारा प्रसारित एक खबर, जिसमें बिल्ली मारकुण्डी क्षेत्र में पत्थर खनन में बड़े पैमाने पर अनियमितता और खनन कार्य जारी रहने का दावा किया गया था, पर त्वरित कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी ने संज्ञान लिया। उन्होंने तत्काल प्रभाव से मामले की जांच के लिए वरिष्ठ खान अधिकारी को निर्देशित किया।
जिलाधिकारी के निर्देशानुसार, खनिज विभाग के सर्वेक्षक द्वारा मारकुण्डी के खसरा संख्या 7536 में स्वीकृत खनन पट्टा खण्ड संख्या- 1, 2, 3 व 4 की गहन जांच की गई। इस जांच के बाद सर्वेक्षक ने अपनी विस्तृत आख्या प्रस्तुत की है।
जांच रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया है कि स्वीकृत खनन पट्टा के खण्ड संख्या- 1, 2 व 4 वर्तमान में वैध रूप से संचालित हैं। मौके पर निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि खण्ड संख्या-2 और 3 के मध्य खण्ड संख्या-2 के पट्टाधारक द्वारा सीमांकन के लिए फेंसिंग लगाई गई है। इसके अतिरिक्त, खण्ड संख्या-2 में खनन और परिवहन कार्य सामान्य रूप से होता हुआ पाया गया।
सर्वेक्षक की रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि खण्ड संख्या- 3 में मौके पर किसी भी प्रकार का खनन कार्य होता हुआ नहीं पाया गया। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि खण्ड संख्या- 1, 2 व 4 में स्वीकृत खनन क्षेत्र के बाहर किसी भी प्रकार का अवैध खनन गतिविधि संचालित नहीं पाई गई है।
इस जांच रिपोर्ट के सामने आने के बाद, सोशल मीडिया पर प्रसारित अनियमितता के दावों की वास्तविकता स्पष्ट हो गई है। हालांकि, खण्ड संख्या- 2 और 3 के बीच फेंसिंग लगाने और खण्ड संख्या- 3 में खनन कार्य शुरू न होने के कारणों पर अभी और स्पष्टीकरण अपेक्षित है।
प्रशासन अब इस जांच रिपोर्ट का अध्ययन कर आगे की आवश्यक कार्रवाई करेगा। यह घटना सोशल मीडिया की ताकत और प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया को दर्शाती है, जिससे सूचनाओं का समय पर संज्ञान लेकर उचित कदम उठाए जा सकते हैं। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस मामले में आगे क्या कदम उठाए जाते हैं और क्या खण्ड संख्या- 3 को लेकर कोई नई जानकारी सामने आती है।

Comment List