आईसीडीएस विभाग के पोषण मिशन के प्रगति की जिलाधिकारी ने बैठक कर की समीक्षा
ई कवच व यूनिसेफ के डाटा में काफी अंतर आने पर डीएम ने कड़ी नाराजगी व्यक्त कर संबंधित को लगाई डॉट
आईसीडीएस, स्वास्थ्य व यूनिसेफ की संयुक्त टीम सभी ब्लॉकों में कैंप लगाकर सेम मैम बच्चों को शत प्रतिशत दवा देना करें सुनिश्चित-डीएम
भदोही- आईसीडीएस विभाग के अंतर्गत पोषण मिशन की प्रगति समीक्षा बैठक जिलाधिकारी विशाल सिंह की अध्यक्षता कलेक्टेªट सभागार में सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी विशाल सिंह ने ई कवच व यूनिसेफ के डाटा में काफी अंतर आने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त कर व संबंधित को डॉट लगाते हुए आईसीडीएस, यूनिसेफ व सीएमओ की संयुक्त टीम एक साथ समन्वय बनाते हुए सही डाटा कलेक्शन व फीडिंग पर बल दिया।
डीएम ने सभी ब्लॉकों के सीडीओ को निर्देशित किया कि ब्लॉकवार कैंप लगाते हुए सैम, मैम बच्चों को मेडिसिन देना सुनिश्चित करें। जिसके क्रम में 27 जनवरी को औराई ,29 को अभोली ब्लॉक,04 व 05 फरवरी को सुरियावा में कैंप लगाते हुए अन्य ब्लॉक भी तिथि निर्धारित का कैंप लगाना सुनिश्चित करेंगे। बेसिक स्कूल के बच्चों को एमडीएम खाना खाने के बाद आयरन की गोली देना सभी शिक्षक व आईसीडीएस कर्मचारी सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सम्भव अभियान के अन्तर्गत सैम बच्चों की फीडिंग की स्थिति में अपेक्षित सुधार किया जाय। समस्त आगनबाड़ी कार्यकत्रियों को पोषण टेªकर एप्प का शत्-प्रतिशत क्रियान्वयन कराया जाना सुनिश्चित हो। पोषण पुनार्वास केन्द्र में सैम बच्चों को भर्ती कराये जाने हेतु निर्देश दिये। प्रत्येक माह राशन वितरण की फीडिंग, गृह भ्रमण, दक्षता मापन, पोषण टेकर पर करना सभी सीडीपीओ सुनिश्चित करें।
उन्होंने समुदाय आधारित गतिविधियों के जॉच करने हेतु जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया। पोष्टाहार का वितरण, शत-प्रतिशत हर हाल में ससमय वितरण हो जाना चाहिए। पोषण के दृष्टिगत सहजन का वृक्ष लगाया जाना सुनिश्चित करें। जिन आगनबाड़ी केन्द्रो पर वजन व लम्बाई, तौल मशीन नही है बगल के केन्द्र से समन्वय बनाते हुए उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश मिश्रा ने बताया कि समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं मुख्य सेविका की बैठक कर पोषण ट्रैकर एप पर प्रगति सुधार हेतु निर्देश दिये गये तथा टीम बनाकर उक्त कार्य किया जा रहा है। समुदाय आधारित गतिविधियों एव बी०एस०एच०एन०डी० की फीडिंग पोषण ट्रैकर एप पर करायी जा रही है। विगत माह के सापेक्ष अपेक्षित सुधार हुआ है।
समस्त आर०बी०एस०के० टीम को चिन्हित सैम बच्चों का परीक्षण कर पोषण पूनर्वास केन्द्र में भर्ती कराये जाने हेतु अवगत कराया गया। पी०एफ०एम०एस० पोर्टल पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिका का आधार व मोबाईल सत्यापन का कार्य किया जा रहा है। कतिपय आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिका के आधार में त्रुटि होने के कारण अभी भी कार्य संतोष जनक नहीं है।
उन्होंने बताया कि राज्य पोषण मिशन के अन्तर्गत जनपद स्तर पर नामित नोडल अधिकारी एवं कन्वर्जेन्स समिति के सदस्य आदर्श आगनबाड़ी केन्द्र बनाये जाने हेतु गोद लेने वाले समस्त जिला/ब्लाक स्तरीय अधिकारी एवं जिला पोषण समिति एवं निवारण समिति के सदस्यों के साथ पोषण सम्बन्धित विभिन्न आयामों पर समीक्षा की गयी। उन्होंने बताया कि सही पोषण-देश रोशन भाव के अन्तर्गत बच्चों के पोषण की स्थिति कुपोषित/अतिकुपोषित बच्चों, एन0आर0सी0, वी0एच0एन0डी0, पोषण टैªकर, होम विजिट, ब्लाक कन्वर्जेन्स समिति की बैठक, 11 से 14 वर्ष की स्कूल न जाने वाली किशोरी बालिकाओं एवं एनीमिक किशोरियों की सूचना, आयरन गोली की उपलब्धता, कुपोषित बच्चों के परिवारों को शौचालय/राशन कार्ड/जाब कार्ड से लाभान्वित कराये जाने की स्थिति, पोषण वाटिका, आदर्श आगनबाड़ी केन्द्र बनाये जाने हेतु अधिकारियों को आवंटित केन्द्रो का विवरण, ऑगनबाड़ी केन्द्र भवन की स्थिति आदि बिन्दुओं पर समग्र आयामों से समीक्षा करते हुए और अधिक प्रभावी व क्रियाशील बनाने का निर्देश दिया गया।
मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 शिवाकांत द्विवेदी ने जच्चे-बच्चे के पोषण सम्बन्धी कार्याे में शिथिलता व लापरवाही बरतने पर सुपरवाईजर व आगनबाड़ी कार्यकत्रियों को कड़ी फटकार लगायी। मुख्य विकास अधिकारी ने सैम-मैम बच्चों के चिन्हाकन हेतु नए तरीकों व आयामों पर बल दिया। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र पर मौजूद डायरी में दिनभर की समस्त क्रियाकलापों का विवरण उल्लिखित करने का निर्देश दिया। गर्भवती व धात्री महिलाओं को मूंगफली, सोयाबीन का पाउडर व गुड़ का पैकेट तथा दवाओं का किट वितरण करने का निर्देश दिया गया।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि जब जच्चे-बच्चें को सही पोषण मिलेगा तभी देश रोशन होगा। राज्य पोषण मिशन के कार्याे को शत-प्रतिशत धरातल पर साकार करने की आवश्यकता है तभी शिशुओ और माताओं को उचित पोषण मिल पायेगा। स्वस्थ्य शरीर में ही आगे के विकास का सारा तत्व निहित है। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया कि पोषण के सभी योजनाओं में तकनीकी व प्रभावी रूप से और अधिक जमीनी स्तर पर कार्य कर लक्ष्य पूर्ति पर बल दिया। उन्होंने पोषाहार सत्यापन की आख्या रिपोर्ट में प्राप्ति सहित प्रस्तुत करने का निर्देश दिया तथा साथ ही साथ जांच फोटो ग्रुप में शेयर करने का निर्देश दिया।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 संतोष कुमार चक,जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश मिश्रा, डीपीआरओ संजय मिश्रा, सीएमएस डॉ राजेंद्र तिवारी, बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह,जिला सूचना आधिकारी डॉ पंकज कुमार, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, समस्त एमओआईसी, समस्त सी0डी0पी0ओ0, यूनीसेफ़ प्रभारी माधवी एवं सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें।
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