ईदमिलादुन्नबी व अन्य धार्मिक पर्वो में डीजे के अनियमित संचालन पर प्रशासन की दिखी चुप्पी आखिर कब होगा मानक विहीन डीजे संचालको पर कार्यवाही
डीजे प्रतियोगिता के तांडव पर अंकुश लगाए जाने को लेकर प्रशासन की अपील साबित हुई हवाहवाई
उच्च न्यायालय का ध्वनि प्रदूषण पर अंकुश के निर्देशों का पालन न कर डीजे संचालकों द्वारा किया गया खुला उलंघन
विशेष संवाददाता मसूद अनवर की रिपोर्ट
बलरामपुर
सरकार के द्वारा तय किए गए तमाम मानक और नियमो की खुलेआम धज्जिया उड़ाते डीजे संचालको की मनमानी के चलते आम जनमानस को काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही है तो वही मरीजो के लिए डीजे एक बड़े अभिशाप से कम नही । जिसके कारण वृद्ध व मरीजो को काफि परेशानी झेलने की बात सामने आ रही है । जिसकी ताजी तस्वीर अभी हाल ही में ईद मिलादुन्नबी के पर्व पर देखने को मिला जंहा शबबेक़दर में कई स्थानों पर रौजा सजाया गया ,लेकिन उसके साथ रौजा सजाने वाली कमेटियों की मनमानी की तस्वीर भी सामने आई जंहा बड़े बड़े साउंड ,डीजे लगा सारे मानक व नियमो को ताक पर रख एक दूसरे से आगे बढ़ने की होड़ देखी गई जंहा तेज डीजे के ध्वनि से आम जनता का घरो में रहना व सड़क पर चलना काफी दुश्वार दिखा वही हाल ईदमिलादुन्नबी के जलूस में प्रशासन की उपस्थिति में देखा गया जंहा डीजे प्रतियोगता करने के साथ भयानक ढंग से डीजे का संचालन किया गया वही नये रस्म भी जलूस में देखने को मिला जंहा नवयुवको द्वारा आग के गोले फेकना ,गोला तमाशा दागना और नशेड़ी युवकों के द्वारा हुडंगई करने की तस्वीर देखने को मिली जबकि कई ओलमा ने अपने बयान में ऐसे कार्यो का विरोध भी किया है लेकिन संचालन कमेटियों के द्वारा जलूस में अपनी मनमानी करने की बात सामने आ रही है । वही प्रशासन की उपस्थित में जब सारे नियमो और मानकों को दरकिनार कर फुल बेस व फूल वाईलूम पर डीजे बजाए गए है। और उनके फुल वॉल्यूम से लोग काफी परेशान हुए ।
जिसको लेकर तुलसीपुर बाजार के कई प्रबुद्ध जनों के माध्यम से डीजे विरोध की बात प्रकाश में आ चुकी है जिस पर लग़ातर खबरों व शोसल मीडिया के माध्यम से विरोध भी देखने को मिल रहा ।इसमें ऐसे भयानक प्रदर्शन वाले डीजे पर रोक लगाने की बात कही गई है ।जबकि ध्वनि प्रदूषण को लेकर मानयीय उच्च न्यायालय का आदेश भी है । जिसके अनुपालन में स्थानीय प्रशासन फिसड्डी साबित हो रहा और उनके मौन से ही ऐसे समिति व संचालको के हौसले बढ़े हुए है जिसके कारण हर धार्मिक पर्व पर डीजे प्रतियोगता का अंजाम जनता भुगत रही ।
वही अगर स्थानीय प्रशासन के पीस मीटिंग की बात की जाए जिसमे प्रशासन के द्वारा निर्धारित नियमो के पालन की हमेशा से अपील की जाती है लेकिन उसका असर सिर्फ पीस मीटिंग तक ही दिखता है ।जबकि जलूसों में ऐसे नियम का पालन भी नहीं किया जा रहा है की तस्वीर देखने को मिल रही ।जिसकी तस्वीर तुलसीपुर नगर के सड़कों पर जमकर डीजे तांडव दोनों समुदाय के पर्व में किया जाने की बात सामने आ रही।वही तेज ध्वनि के साथ संगीत बजाया गया और डीजे प्रतियोगिता करवाने की बात सामने आई है। जिसका वीडियो शोसल मीडिया पर वायरल हो रहा है ।
जिस पर प्रशांसन को नियमानुसार इनका संचालन कराए वह चाहे जिस धर्म का हो और अनुपालन न करने पर उनपर विधिक कार्यवाही हो। जिससे ऐसे डीजे संचालन पर अंकुश लगाया जाए और सूर्यास्त से पहले ही सभी धर्मों के जलूस के समापन के नियम बनाया जाये जिससे आधी रात तक जलूस के दिन विधुत सप्लाई के गायब होने की समस्या का समाधान हो सके व आगामी धार्मिक पर्व को लेकर कड़े नियम बना प्रशासन द्वारा उनका पालन कड़ाई से करवाने के अपील पर असर दिखे और लोगो के मनामनी पर अंकुश लगसके। अब देखना यह होगा कि प्रशासन मानक के विपरीत ऐसे डीजे संचालको के ऊपर क्या कार्रवाई करता है और धार्मिक जुलूस में डीजे को लेकर क्या नियमो का पालन करवाता है य उनका मनोबल बढाने को लेकर खुली छूट देता है ।
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