जल एवम स्वच्छता विभाग की उदासीनता पूर्ण कार्य के कारण अब तक 10 परिवार नल-जल योजना से वंचित
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पाकुड़िया/पाकुड़/झारखण्ड:- जल है तो जहाँ है और जल ही जीवन परन्तु जीवन में जल की कितनी महत्ता है सम्भवतः ये नारे दीवारों पर मोटे अक्षरों में लिखवाने वाले विभागीय पदाधिकारियों की उदासीनता पूर्ण कार्य शैली से नारे की सार्थकता सिद्ध नहीं हो पाती है। बताते चलें, प्रखण्ड मुख्यालय पाकुड़िया स्थित धर्मशाला टोला में कुल 10 परिवार अब भी हर घर नल-जल योजना से वंचित हैं। कहते हैं जल प्रकृति प्रदत्त सभी जीव धारियों के लिए अनमोल भेंट है और इस तरल पदार्थ पर स्वतः अधिकार है।
जल की महत्ता तथा इसकी आवश्यकता को गम्भीरता पूर्वक चिंतन, मंथन के पश्चात केन्द्र व राज्य सरकार हर घर नल-जल आपूर्ति करने हेतु करोड़ों की सरकारी राशि खर्च कर रही है ताकि इस अति आवश्यक तरल पदार्थ को हर घर पहुंचाई जा सके। लेकिन जल एवम स्वच्छता विभाग की पूरी उपेक्षा के कारण ठेकेदार गुणवत्ता विहिन जल टंकी, उपकरण आदि के उपयोग करते हैं जिससे जल आपूर्ति समय पर तथा पर्याप्त मात्रा में नहीं होनी की बात कही जाती है।
बहरहाल उक्त 10 परिवार में 24 जून को ही केवल आधा घंटा ही जल आपूर्ति होने के बाद अब तक जल आपूर्ति नहीं की गई है जिससे लोगों में गहरा रोष दिख रहा है। बताया जाता है कि बड़ा सरकारी बाँध (तालाब) के निकट एक टंकी, दुसरी टंकी धर्म शाला स्थल, तीसरी टंकी नया काली मंदिर साहू घर के निकट निर्मित है। लगभग 700 फीट में 3 टंकियों के निर्माण किये जाने एवम कनेक्शन देने के बाद भी उक्त 10 घरों में जल आपूर्ति नहीं हो पाना अत्यधिक चिंतनीय व गम्भीर बात है। इसका जवाब तो जल एवम स्वच्छता विभाग को देना ही चाहिए कि किन कारणों से उक्त घरों में जल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है।
उक्त विषय पर उच्चाधिकारियों को स्थलीय निरीक्षण कर कमियों को ठीक करते हुए शीघ्रा अति शीघ्र उक्त परिवारों में पेय जल आपूर्ति की जानी चाहिए ताकि सरकारी राशि का सदुपयोग हो सके।
स्वतंत्र प्रभात मीडिया परिवार को आपके सहयोग की आवश्यकता है ।
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