दिल्ली में ट्रैफिक पुलिस की सख्ती के बावजूद शराब पीकर गाडी चलाने वालों का 27 % का इजाफा

दिल्ली में ट्रैफिक पुलिस की सख्ती के बावजूद शराब पीकर गाडी चलाने वालों का 27 % का इजाफा

स्वतंत्र प्रभात। एसडी सेठी। बडे-बडे सरकारी विज्ञापनों समेत समाजिक,धार्मिक संस्थाओं द्वारा शराब पीने के शारिरिक व, जान लेवा नुकसान का ज्ञान बांटने के बावजूद राजधानी दिल्ली में शराब पीकर  गाडी हांकने वाले पुलिस की सख्ती के बावजूद उनकी  गिनती  कम होने की बजाए बढती ही जा रही है। इस साल शराब पीकर ड्रंकन ड्राइविंग के मामलों के चालान  में 27 फीसदी की बढोतरी ने खास मुकाम हांसिल कर लिया है। सरकारी आंकडो के मुताबिक दिल्ली में शराब पीकर गाडी चलाने के मामलो में पिछले साल के मुकाबले इस साल करीब 27 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।

ट्रैफिक पुलिस के आला अफसर  के मुताबिक 1 जनवरी से लेकर 30 जून,2024 तक नशे में गाडी चलाने वाले 12,468  ड्रंकन ड्राइविंग के चालान काटे गए। वहीं पिछले साल 2023 में 1 जनवरी से 30 जून तक शराब पीकर गाडी चलाने वाले 9837 ड्राइवर्स के चालान काटे गए है। यानि इस हिसाब से 27 फीसदी अधिक चालान काटे गए। अब जरा गौर फरमाए कि राजधानी दिल्ली के वे इलाके जो ड्रंकन ड्राइविंग में अव्वल रहे। उनमें राजौरी गार्डन सर्कल टाॅप पर रहा।जबकि दूसरे नंबर पर समय पुर बादली क्षेत्र, और तीसरे नंबर पर रोहिणी ट्रैफिक सर्कल टाॅप पर रहा। वहीं 10वें नंबर पर सदर बाजार ट्रेफिक सर्कल आया है।

ट्रैफिक पुलिस अधिकारी ने.बताया कि शराब पीकर गाडी चलाने वाला अपनी  जान का तो दुश्मन है ही साथ ही दूसरो की जान भी खतरे में डालता है। ट्रैफिक पुलिस अधिकारी के मुताबिक नशे में गाडी चलाने  वाले ड्राइवरो के खिलाफ नकेल कसने का अभियान  तमाम सर्कलों में तेज किया जा रहा है। इसी के मद्देनजर  ही नशे में गाडी दौडाने में दस सर्कलों के मामलों में राजौरी गार्डन में कटे चालानों  की संख्या  770, समय पुर बादली-514, रोहिणी-441,पंजाबी बाग-387,महरौली-367,मयूर विहार-364,नरेला-364,कालकाजी-344,करोल बाग-342, और सदर बाजार ट्रेफिक सर्कल में 342 चालान काटे गए है।

ड्रंकन ड्राइविंग के बढते मामलों पर लगाम लगाने की  सख्त जरूरत है। बता दें कि साल 2022 में देशभर में 10 प्रतिशत एक्सीडेंट शराब पीकर गाडी चलाने की वजह से हुए। उसी वर्ष में शराब के नशे में गाडी चलाने से हादसों की गिनती करीब 3268 थी। इनमें से 1800 लोगों को अपनी जान गंवाने पडी थी। जबकि घायलों की संख्या भी कुछ कम नहीं है।  दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने बीते साल करीब 16000 ऐसे लोगो के चालान काटे, जो शराब पीकर गाडी चलाते हुए पकडे गए।

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