गाय में 33 कोटि के देवी देवताओ का होता है वास - विमल द्विवेदी

गाय में 33 कोटि के देवी देवताओ का होता है वास - विमल द्विवेदी

स्वतंत्र प्रभात ब्यूरो उन्नाव/

उन्नाव "नर सेवा - सेवा नारायण सेवा ” को ध्येय वाक्य मानने वाले विमल द्विवेदी गत कई वर्षो से गायो, बेजुबान पसुओ व जरुरतमन्दो की सेवा में लगे है इस वर्ष भी भीषण गर्मी में गायो व बेजुबान पसुओ के पानी पीने के लिए निःशुल्क नांद लगभग दो माह से अनवरत रखवाई जा रही।

“नर सेवा-सेवा नारायण सेवा” के संस्थापक विमल द्विवेदी ने बताया कि हिंदू धर्म में गाय को पूजनीय स्थान प्राप्त है. ऐसी मान्यता है कि बड़े से बड़ा कष्ट भी सिर्फ गौ माता की सेवा करने से दूर हो जाता है. गाय में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास होता है.

मान्यता है कि गाय की सेवा करने से जहां सभी देवी-देवता प्रसन्न होते हैं, वहीं घर में सुख-समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य का वरदान मिलता है। उन्होंने बताया कि आज भी नगर के किशोरी खेड़ा में वीरेन्द्र यादव ,पंजाबी कालोनी में परभजीत सरदार ,

लोकनगर में शिवांश शुक्ल ,आदर्श नगर में मनोज ,बड़े हनुमान मंदिर आदि एक दर्जन से अधिक अलग अलग बस्तियों में निःशुल्क नांद रखवाई गयी इस अवसर पर हिन्दू जागरण मंच के जिला सयोजक अजय त्रिवेदी ,सुरेश सिंह ,मनीष अवस्थी ,आलोक शुक्ल ,शिवम,शिव ,सेवक ,मनीष मिश्रा ,विकास सिंह सहित संस्था के पदाधिकारी सेवा कार्य में लगे हुए है।

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